मनुष्य स्वभाव से सौन्दर्य-प्रेमी होता है। पुरुष और नारी दोनों चाहते हैं कि उनका रूप-रंग, व्यक्तित्व दूसरों को मोहने वाला हो, उनके सम्पर्क में आनेवाले उनके प्रति आकर्षण अनुभव करें। अपनी इस इच्छा की पूर्ति के लिए जिन उपायों का आश्रय लेते हैं उनमें एक है साज-सज्जा, श्रृंगार और अलंकरण। …
Read More »कश्मीर समस्या पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध
आज की कश्मीर समस्या को जानने और समझने के लिए हमें इतिहास में कुछ पीछे जाना होगा। 1947 में जब गांधी जी के ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिन्द फौज की स्थापना तथा अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों ने ब्रिटिश शासन को बाध्य कर दिया कि वे भारत को …
Read More »मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना: विद्यार्थियों के लिए हिंदी निबंध
मजहब उर्दू का शब्द है जिसका हिंदी पर्याय है धर्म। हमारे यहाँ धर्म की परिभाषा की गई है जो धारण करता है वह धर्म है। धारण करने से तात्पर्य है सहारा देना, रक्षा करना। धर्मशास्त्रों, नितिग्रन्थों में जो जीवन जीने का मार्ग, नीति-नियम बनाये गये हैं, आत्मा को, मन को …
Read More »भारत और साम्प्रदायिकता की समस्या पर निबंध
सम्प्रदाय का सामान्य अर्थ है एक ऐसा वर्ग, जन-समूह जिसका रहन-सहन, जीवन-पद्धति, धार्मिक विश्वास, पूजा-अर्चना की पद्धति, रीति-रिवाज एक समान हों। सम्प्रदाय का मुख्य आधार है धार्मिक विश्वास, आस्था, पूजा-उपासना की पद्धति। हिन्दू भगवान के विभिन्न रूपों देवी-देवताओं में विश्वास रखते हैं, मूर्ति-पूजक हैं। मुसलमान एक ईश्वर में आस्था रखते …
Read More »वृक्ष की आत्मकथा पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध
संस्कृत और हिन्दी के अनेक सुभाषितों में परोपकार की महिमा गयी है – ‘परोपकाराय सत्तां विभूतयः‘,’पर हित सरिस धर्म नहिं भाई‘ ऐसी ही उक्तियाँ हैं। इनमें कहा गया है कि नदियाँ अपना जल नहीं पीतीं, दूसरों की प्यास बुझाती हैं, रत्नगर्भा पृथ्वी अपने रत्न और अन्य धातुएँ दूसरों के उपयोग …
Read More »भारत-अमेरिका सम्बन्ध पर विद्यार्थियों के लिए हिंदी निबंध
भारत और अमेरिका में अनेक समानताएँ हैं। दोनों में प्रजातंत्रात्मक शासन-व्यवस्था है। भारत और अमेरिका विश्व के सबसे बड़े दो जनतंत्र माने जाते हैं। दोनों में व्यक्ति-स्वातंत्र्य को महत्त्व दिया जाता है, दोनों की अर्थ-नीति भी लगभग एक समान है। अमेरिका पूँजीवाद का समर्थक है, आज भारत भी समाजिक अर्थनीति …
Read More »सुबह की सैर पर निबंध विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
हमारे शास्त्र-ग्रन्थों में ब्रह्ममुहूर्त की महिमा का वर्णन किया गया है। हमारे ऋषि-मुनि ब्रह्ममुहूर्त में उठकर शौचादि से निवृत्त होकर पवित्र जल में स्नान कर ईश्वर का चिन्तन-मनन, यज्ञ, हवन आदि धार्मिक अनुष्ठान किया करते थे। वैद्य, डाक्टर, हकीम भी ब्रह्ममुहूर्त में उठकर व्यायाम करने का परामर्श देते हैं। अंग्रेजी …
Read More »स्वास्थ्य ही सम्पत्ति है अथवा अच्छा स्वास्थ्य: महा वरदान – निबंध
बहुप्रचलित कहावत है: पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख घर में हो माया। अर्थात् जीवन को सुखी बनाने के लिए स्वस्थ शरीर और धन या सम्पत्ति आवश्यक हैं। इनमें भी धन की तुलना में स्वास्थ्य का महत्त्व अधिक है क्योंकि शरीर स्वस्थ होने पर ही हम जीवन में कुछ कर …
Read More »आलस्य: सबसे बड़ा शत्रु पर हिंदी निबंध
शरीरिक, मानसिक, तन-मन की उत्साहहीनता, कर्म न करने की प्रवत्ति, काम को टालने की आदत (दीर्घसूत्रता) को आलस्य कहते हैं। आलसी व्यक्ति परिश्रम से जी चुराता है, आराम से पड़े रहना चाहते है, अपना और दूसरों का अहित चाहने तथा करनेवाला शत्रु होता है। आलस्य सबसे बड़ा शत्रु क्यों है? …
Read More »व्यायाम पर निबंध विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
महाकवि कालिदास की उक्ति है – ‘शरीरामाध्यं खलु धर्म साधऐत्‘ अर्थात् स्वस्थ्य शरीर रहने पर ही प्रत्येक धर्म, प्रत्येक कर्तव्य पूरा किया जा सकता है। यदि शरीर स्वस्थ् नहीं है तो मन भी स्वस्थ नहीं रह पाता ‘Sound mind in healthy body‘, आर्यसमाज के प्रचारक अपने प्रवचनों में प्रायः कहते …
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