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Essays

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध विद्यार्थियों और बच्चों के लिए

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Hindi Essay on Independence Day

स्वतंत्रता दिवस / 15 अगस्त पर निबंध [1] 15 अगस्त 1947 को भारत परतंत्रता के अन्धेरे से निकलकर स्वतंत्रता के प्रकाश में आया था। देश को स्वतंत्र कराना जितना कठिन कार्य है, उतना ही कविन कार्य उस स्वतंत्रता की रक्षा करना है। देश की शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने …

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दुर्गा पूजा पर निबंध विद्यार्थियों और बच्चों के लिए

दुर्गा पूजा

दुर्गा पूजा पर निबंध बंगाल के रहनेवालों तथा बंगाल संस्कृति में जितनी श्रद्धा-भक्ति की पात्र शक्ति, दश भुजा धारिणी, सिंहवाहिनी, महिषासुर मर्दिनी देवी दुर्गा हैं, उतना कोई अन्य देवी – देवता नहीं। देवी दुर्गा का ही एक रूप है – काली या काली माँ। बंगाल की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती …

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मित्रता पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध

आदर्श विद्यार्थी पर निबंध Hindi Essay on Ideal Student

किसी अनुभवी व्यक्ति ने इस संसार को गोरख-धन्धा ठीक ही बताया है। जिस प्रकार पुरुष के भाग्य और स्त्री के चरित्र को समझना देवताओं तक के लिए कठिन है: “पुरुषस्य भाग्यं नारी चरित्रं देवो न जानाति कुतोः मनुष्यः” उसी प्रकार इस संसार की गति को समझना दुष्कर है। कविवर जायसी …

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मेरा प्रिय मित्र पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए निबंध

आदर्श विद्यार्थी पर निबंध Hindi Essay on Ideal Student

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उसे जीवन में एक ऐसा साथी चाहिए जिससे वह अपने मन की बात कह सके, अपनी समस्या बताकर उससे परमर्श कर उसका समाधान खोज सके। अनुभव बताता है कि दुःख दोनों में लाभकारी होता है। जीवन-संगिनी तो जीवन-भर साथ देती ही है, सच्चा मित्र भी …

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मुंशी प्रेमचंद: मेरा प्रिय लेखक पर विद्यार्थियों के लिए निबंध

मेरा प्रिय लेखक: मुंशी प्रेमचंद

अजाबराय के पुत्र नवाबराय, जो बाद में मुंशी प्रेमचन्द के नाम से विख्यात हुए और जिनके विपुल कथा-साहित्य ने भारती के भण्डार को समृद्ध किया तथा उसे नयी दिशा दी का जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस से चार मील दूर लमही नामक गाँव में हुआ था। कायस्थ  परिवार की …

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भारत बांग्लादेश सम्बन्ध पर विद्यार्थियों के लिए हिंदी में निबंध

भारत-बांग्लादेश सम्बन्ध पर विद्यार्थियों के लिए हिंदी में निबंध

1971 से पूर्व बांग्लादेश का अस्तित्व ही नहीं था; आज हम जिसे बांग्लादेश कहते हैं, वह पूर्व पाकिस्तान कहलाता था। 1947 से पूर्व या कहें देश-विभाजन की त्रासदी से पहले वह भारत के एक प्रान्त बंगाल का हिस्सा था। 1947 में देश का विभाजन हुआ, पाकिस्तान बना, तो पूर्वी बंगाल …

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एक नहीं दो दो मात्राएँ, नर से बढ़कर नारी: हिंदी निबंध

Reaching the Age of Adolescence

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की इन पंक्तियों में कवि ने व्याकरण की दृष्टि से नारी को नर की तुलना में अधिक बड़ा बताया है। नर शब्द में दोनों अक्षरों ‘न’ तथा ‘र’ में एक-एक मात्रा है जबकि नारी शब्द के न तथा र दोनों में दीर्घ मात्राएँ हैं। ह्रस्व छोटी मात्रा …

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नारी का आभूषण सौन्दर्य नहीं, सौम्य गुण है: हिंदी निबंध

Sarees of Kanchipuram

मनुष्य स्वभाव से सौन्दर्य-प्रेमी होता है। पुरुष और नारी दोनों चाहते हैं कि उनका रूप-रंग, व्यक्तित्व दूसरों को मोहने वाला हो, उनके सम्पर्क में आनेवाले उनके प्रति आकर्षण अनुभव करें। अपनी इस इच्छा की पूर्ति के लिए जिन उपायों का आश्रय लेते हैं उनमें एक है साज-सज्जा, श्रृंगार और अलंकरण। …

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