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Essays

गणेश चतुर्थी पर निबंध विद्यार्थियों के लिए

गणेश चतुर्थी पर निबंध

जिस प्रकार बंगाल दुर्गा-पूजा के लिए प्रसिद्ध है उसी प्रकार महाराष्ट्र गणेश-पूजन के लिए विख्यात है। वैसे तो सम्पूर्ण हिन्दू धर्मानुयायी प्रत्येक धार्मिक अनुष्ठान करने से पूर्व गणेश-वन्दना करते हैं, वह सब प्रकार की पूजा पाने के पहले अधिकारी समझे जाते हैं, परन्तु महाराष्ट्र निवासी उन्हें अपना अधिष्ठात्री देवता मानते …

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शिक्षक दिवस पर निबंध विद्यार्थियों के लिए

शिक्षक दिवस

शिक्षक दिवस पर निबंध विद्यार्थियों के लिए [450 Words] शिक्षक, नेता, विचारक, दार्शनिक के रूप सफलता प्राप्त करने वाले भारत के द्वितीय राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे। राधाकृष्णन ने अपने जीवन के 40 वर्ष एक शिक्षक के रूप में व्यतीत किए थे। उनके शिक्षा प्रेम और विद्वता के कारण भारत …

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गांधी जयंती पर निबंध विद्यार्थियों के लिए

Mahatma Gandhi: English essay for students & children

गांधी जयंती पर निबंध ~ 830 Words जिन्हें आज केवल भारतवर्ष ही नहीं सारा संसार विश्ववंध महामानव, युग-पुरुष, महात्मा गांधी के नाम से जानता और पुकारता है, वह गुजरात के एक सम्पन्न, प्रतिष्ठित वैश्य परिवार में 2 अक्टूबर 1869 को पैदा हुए थे। उनके पिता पहले पोरबन्दर के तथा बाद …

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महात्मा गांधी पर निबंध विद्यार्थियों के लिए

NCERT 5th Class (CBSE) Social Science: The Freedom Struggle – the Gandhian Phase (1919-1947)

महात्मा गांधी पर निबंध ~ 450 Words महात्मा गांधी को हमारे देश की आज़ादी में उच्चतम योगदान की वजह से उन्हें “राष्ट्रपिता या बापू” के रूप में जाना जाता है। ये वो हैं जिन्होंने अहिंसा और लोगों की एकता में विश्वास किया और भारतीय राजनीति में आध्यात्मिकता लायी। उन्होंने भारतीय …

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बाल दिवस पर विद्यार्थियों के लिए हिंदी निबंध

Children's Day

किसी भी राष्ट्र की निधि उस राष्ट्र के बच्चे होते हैं। तभी तो जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि “किसी देश की सम्पत्ति बैंकों में नहीं बल्कि विद्यालयों में सुरक्षित होती है“। यही बच्चे कल के नेता बनकर राष्ट्र का सही मार्गदर्शन करते हैं। इन बच्चों में भारत का …

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नर हो न निराश करो मन को कविता पर निबंध

Maithili Sharan Gupt

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की एक कविता की पंक्तियाँ हैं: नर हो न निराश करो मन को, कुछ काम करो कुछ काम करो, जग में रहकर कुछ नाम करो, समझो न अलभ्य किसी धन को, नर हो न निराश करो मन को। ये पंक्तियाँ कवि ने उस समय लिखी थीं जब …

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